कच्ची घाणी का बिजनेस कैसे शुरू करे । Low Investment business

अगर आप भी अपना एक मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस शुरू करना चाहते है तो यह आर्टिकल आपके लिए काफ़ी फायदेंमंद होगा ।

अगर आप यह सोच रहे है कि कोई भी मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस शुरू करने के लिए बहुत ज्यादा पैसे की , जगह की और वर्कर्स की जरूरत होगी तो ऐसा नहीं है । क्योंकि वर्तमान समय में ऐसे अनेक बिजनेस है जिन्हें बहुत कम पैसों और वर्कर्स के भी शुरू कर सकते है , इस आर्टिकल एक ऐसे बिजनेस idea के बारे बताया में गया है जिन्हें आप अपने गांव और शहर में शुरू कर सकते है

तेल मील या कच्ची घाणी का बिजनेस

कच्ची घाणी का तेल एक प्रकार का वनस्पति तेल है जिसे बिना गर्म किए बीजों में से निकाला जाता है । इससे निकलने वाला तेल पूरी तरह से प्राकृतिक होता है । कच्ची घाणी के तेल का बिजनेस इसलिए सफल होता है क्योंकि वर्तमान में मार्केट में केमिकल रहित तेल की मांग काफी बढ़ चुकी है लोग अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए प्राकृतिक तरीकों से बने उत्पादों को खरीदने के लिए बड़ी क़ीमत देने को तैयार है।

कच्ची घाणी तेल बिजनेस मॉडल

1) प्रोसेसिंग: इस बिजनेस के कच्चे माल के रूप में बीजों को लिया जाता है जैसे तिल ,अरंडी ,जैतून ,सूरजमुखी, अलसी और मूंगफली वगैरह। जिसके लिए आप सीधा किसानों से संपर्क कर सकते है ताकि बिचौलियों की लूट से बच सके। इनसे तेल निकलने के लिए कोल्ड प्रेसिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। इस मशीन से निकलने वाले तेल को छान कर इसे सौ प्रतिशत शुद्ध भी बेचकर अपनी गुणवता में चार चांद लगवा सकते है ।

कच्ची घाणी तेल को कहां बेचे ?

आप अपने उत्पाद को सीधा खुद की दुकान से बेच सकते है या हॉलसेलर से संपर्क करके इन्हें थोक में बेच सकते हैं। आप अपने बिजनेस को अपने क्षेत्र से बाहर बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल कर सकते है जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम व्हाट्सएप और वेबसाइट वगैरह से ।

कच्ची घाणी तेल बिजनेस के लिए निवेश और लागत

इस बिज़नेस के लिए बीज , मशीनरी , पैकिंग और मार्केटिंग के लिए निवेश की आवश्यकता होती है । प्रेसिंग मशीनों की कीमत में बाजार में एक लाख से पांच लाख तक जो उनकी गुणवत्ता पर निर्भर करती हैं। पैकिंग के लिए बोतले, जार और अन्य कंटेनर खरीदने की जरूरत होगी है । इसके अलावा ब्रांडिंग और लेबलिंग के लिए भी निवेश करना होगा ।

कानूनी और स्वास्थ्य मानक

1)लाइसेंस: अगर आप अपने बिजनेस को सिर्फ अपने गांव या कस्बे तक सीमित रखना चाहते है तो लाइसेंस की कोई जरूरत नहीं है लेकिन अगर आप इसे बड़े लेवल तक बढ़ाना चाहते है तो आपको FSSAI से लाइसेंस लेना अनिवार्य है , इसमें हर खाद्य उत्पाद के लिए कुछ मानक तैयार किये जाते है जिन्हें पूरा करना जरूरी होता है।

2)GST रजिस्ट्रेशन: यदि इस बिजनेस से आपकी वार्षिक आय 40 लाख से कम है तो GST रजिस्ट्रेशन की कोई जरूरत नहीं है लेकिन अगर 40 लाख से अधिक है तो GST में रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है।

3)लेबलिंग नियम: खाद्य पदार्थों पर सही जानकारी का विशेष ध्यान रखा जाता है जैसे कि उत्पादन तिथि , उपयोग की अन्तिम तिथि और पौषक तत्व की जानकारी ।

इस व्यवसाय में सफलता पाने के लिए आपको गुणवत्ता, ब्रांडिंग और सही मार्केटिंग पर ध्यान देना होगा।

Sunil Puri

Sunil Puri is a passionate content writer and blogger who transforms ideas into captivating narratives. Specializing in SEO-driven content, he crafts blogs, articles, and advertising copy that inspire action, drive traffic, and enhance brand visibility

Leave a Comment