हम सब को पता है कि सैंड एक कंस्ट्रक्शन के लिए आवश्यक मैटेरियल है और जिस तरह से वर्तमान में इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण बहुत बड़ी मात्रा में और तेजी से हो रहा है उससे सैंड की मांग भी बहुत ज्यादा बढ़ रही है और इसलिए आपको तो पता ही है ऐसे बहुत से स्टेट है जहां पर बालू रेत बड़ी मुश्किल से मिलता है ।
सैंड माइनिंग कितने कैटेगरी में होती हैं?
सरकार ने भी बहुत सी जगहों पर सैंड माइनिंग पर रोक लगा रखी है लेकिन ऑफिसर्स घूस लेके अवैध तरीकों से सैंड माइनिंग को बढ़ावा दे रहे है अब आपको सैंड माइनिंग का बिजनेस करना है तो कुछ बातों को जानना बहुत जरूरी है । जैसे सरकार ने बालू को 2 कैटेगरी में बांट रखा है कैटेगरी 1 और कैटेगरी 2 ।
सरकार ने कैटेगरी 1 को नॉन कमर्शियल में रखा है यानी कि आप इस कैटेगरी में बालू माइनिंग का टेंडर लेते हो तो बालू को सेल या ट्रेड नहीं कर सकते , इसका इस्तेमाल घरेलू उपयोग और सरकार की ऐसी अनेक योजनाएं होती है जिसमें कंस्ट्रक्शन किया जाता है उसमें इसका इस्तेमाल किया जा सकता है और कैटेगरी 2 में आने वाली बालू का इस्तेमाल कमर्शियल पर्पज के लिए कर सकते है । जितने भी प्राइवेट सेक्टर में कंस्ट्रक्शन हो रहे है वहां पर इस कैटेगरी की बालू को इस्तेमाल कर सकते है ।
कैटेगरी 2 के बालू के ज्यादातर टेंडर state mineral Development corporation ltd निकालती है । ऐसे बहुत से स्टेट है जहां पर बालू घाट के टेंडर e ऑक्शन के तहत लीज पर और कुछ राज्यों में माइन डेवलपर एंड ऑपरेटर (MDO) के माध्यम से सीधा मिलता है । MDO के तहत इसलिए ताकि उस राज्य की स्टेट concern authority आपके माइनिंग पर पूरी तरह से नजर रख सके ।
माइनिंग के लिए परमिशन कौन देता है ?
Block Size | Approving authority |
---|---|
0 – 5 Hectares | DEIAA/ DEAC |
5 – 25 Hectares | DEIAA/ DEAC ( in case of cluster ) SEIAA / SEAC (Individual) |
25 – 50 Hectares | SEIAA / SEAC |
50 Hectares and more | MOEFCC |
Mining developer and operator ( MDO ) के तहत सैंड माइनिंग का टेंडर कैसे ले ?
अगर आप MDO के तहत बालू घाट माइनिंग का टेंडर लेना चाहते है तो सबसे पहले आपको अपने स्टेट के e ऑक्शन पोर्टल ( state mineral Development corporation ltd) पर रजिस्ट्रेशन करना होगा जिसकी फीस ₹2000 से ₹2500 के बीच हो सकती है । इसके रजिस्ट्रेशन के समय आपको e signature की जरूरत होगी ।
आवश्यक डॉक्युमेंट्स
- PAN card of the company/ Proprietor
- PAN card/Driving license of the contact person
- Latest Income tax return for the company/proprietor
- Valid GST Registration certificate
- SSI Registration, EM (Part-II), Trade License, if applicable
- Original Banker’s certificate as per format – Attached at Annexure -I
पोर्टल में लॉगिन करने के बाद टेंडर का पता करे और उसमें भाग लेवे। ईसमें आपको दो तरह के Bid तैयार करने होते है पार्ट 1 और पार्ट 2 । पार्ट 1 में आपके सारे जरूरी डॉक्युमेंट्स लगेंगे । पार्ट 2 में आपका फाइनेंशियल प्रोजेक्ट रहेगा जिसमें perqubic meters में रेट क्या रहने वाला है उसे डालना होता है ।
अब आप जब बालू घाट का टेंडर लेने जा रहे हो तो आपको सारे रूल्स और रेगुलेशंस समझ में आना बहुत जरूरी है । सबसे पहले तो आपको यह ध्यान रखना है कि इस टेंडर में आपके स्कोप में क्या क्या आने वाला है ?
- सबसे पहले तो यह ध्यान रखना है कि जितने भी समय के लिए आपको टेंडर मिला है उसका माइन प्लान और अप्रूवल प्लान आपको ही तैयार करना है ।
- इसके बाद इसमें जो इन्वायरनमेंट क्लीयरेंस और पब्लिक हीयरिंग वगैरह यह सब आपको ही करवाना होगा ।
- इसके बाद मैनपावर और मशीनरी जितना भी लगेगा उसका खर्च भी सारा आपको ही उठाना होगा ।
- इसके बाद सबसे महत्वपूर्ण है स्टॉकयार्ड । जिसे आप खुद की जगह पर या लिज़ या रेंट पर ले सकते हो जिसका एग्रीमेंट भी SMDC के तहत ही होगा ।
- इसके बाद जो भी स्टॉकयार्ड लिए हो उसमें half-month का स्टॉक हर समय रखना होगा
बालू घाट टेंडर लेने के लिए जरूरी लाइसेंस और अन्य अनुमतियां
- सबसे पहले एक कंपनी बनानी होगी।
- GST रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
- State Concern authority से DSR ( district survey report ) लेना होगा।
- एनवायरेंट क्लीयरेंस लेना होगा
लाइसेंसिंग और विनियामक लागत
- माइनिंग फ़ीस- ₹2 lakh – ₹2.25 lakh
- इन्वायरनमेंट क्लीयरेंस- 20 lakh – ₹25 lakh
- पॉल्यूशन – ₹ 1 lakh – ₹ 1.25 lakh
- other – ₹1 lakh – ₹ 1.5 lakh
मशीनरी और दूसरे उपकरणों के लिए खर्च
Excavation Equipment / उत्खनन उपकरण
- Excavators: 25,00,000 – 50,00,000 per unit
- Loaders: 15,00,000 – ₹25,00,000 per unit.
ट्रांसपोर्ट व्हीकल के लिए लागत
- ट्रक (6-10 units): 20,00,000 – 30,00,000 per vehicle.
- Conveyors and Dredging Equipment (if required): ₹20,00,000-₹50,00,000
- Maintenance Tools: ₹5,00,000-10,00,000
कुल अनुमानित मशीनरी और उपकरण की लागत ₹70 lakh – ₹80 lakh लगेगी।
इसके अलावा कम से कम एक करोड़ तक का वर्किंग कैपिटल होना जरूरी है ।
बालू घाट माइनिंग से होने वाला लाभ
इस बिजनेस में जितने की सैंड माइनिंग की जाती है उसका 15 से 20 प्रतिशत नेट प्रॉफिट हमेशा बना रहता है ।
निष्कर्ष
- ध्यान रहे कि सिर्फ एक आर्टिकल में इस बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारी देना मुश्किल है इसलिए कोशिश करे कि इस बिजनेस को शुरू करने से पहले इसके बारे में गहन अध्ययन करे ।
- इस बिजनेस को तभी शुरू करे जब आपके पास बहुत बड़ी राशि (4 to 5 cr) निवेश करने के लिए हो और साथ ही आपकी थोड़ी बहुत राजनीतिक पहुंच भी हो ।

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