पराली-भूसा से biodegradable items कैसे बनाएं|Wheat Straw |Rice Straw |Parali |agri business in India

एक किसान जितना अपनी फसल चावल और गेहूं से कमाता है उससे दो गुणा ज्यादा कमा सकता है ; चावल की पराली और गेहूं के भूसे से । जी हां दोस्तों यह बिल्कुल सच है बस इसके लिए थोड़ी सी मेहनत करनी होगी।

आज के समय में, पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता की ओर दुनिया काफी तेजी से कदम बढ़ा रही है, इसलिए प्लास्टिक का उपयोग घटाने और पर्यावरण के अनुकूल एक अच्छा विकल्प अपनाने की मांग की जा रही है । ऐसे में चावल की पराली और गेहूं के भूसे से बनी बायोडिग्रेडेबल वस्तुएं (कटोरे और प्लेटें) एक शानदार बिजनेस अवसर प्रदान करती हैं।

बायोडिग्रेडेबल बिजनेस क्यों फायदेमंद है ?

पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद

प्लास्टिक के विकल्प के रूप में चावल और गेहूं के भूसे से बनी वस्तुएं बायोडिग्रेडेबल होती हैं। इसलिए ये आसानी से मिट्टी में मिल जाती हैं और पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है।

कम लागत में शुरुआत

दअरसल इस बिजनेस में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल चावल और गेहूं का भूसा है जो कृषि उत्पादों के बाद बचा हुआ कचरा है जो आसानी से उपलब्ध हो जाता है और किफायती भी होता है। इसे उपयोग में लाकर कम लागत में वस्तुएं बनाई जा सकती हैं ।

बायोडिग्रेडेबल वस्तुएं की बढ़ती मांग

आजकल सभी पर्यावरण को लेकर चिंतित हैं इसलिए रेस्टोरेंट, कैफे, शादी-ब्याह, और अन्य आयोजनों में डिस्पोजेबल प्लेट्स की भारी मांग रहती है। सरकार भी बायोडिग्रेडेबल वस्तुओं को बढ़ावा दे रही है, जिससे इसके बिजनेस क्षेत्र में अवसर बढ़ रहे हैं।

बायोडिग्रेडेबल वस्तुएं बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें

कच्चे माल की उपलब्धता

इस बिजनेस में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल चावल की पराली और गेहूं का भूसा है जिन्हें स्थानीय किसानों या अनाज मंडियों से आप प्राप्त कर सकते है । इसके लिए ज्यादा बड़े स्टॉक की जरूरत नहीं रहती है ।

मशीनरी और उपकरण

इस बिजनेस के लिए आपको बस मशीनों की आवश्यकता होगी जो इस प्रकार है

  • हाइड्रोलिक प्लेट मोल्डिंग मशीन: भूसे को प्लेट ,कटोरा या चम्मच के आकार में ढालने के लिए।
  • ड्रायर: प्रेशर से बनी वस्तुओं को सुखाने के लिए।
  • कटिंग और फिनिशिंग मशीन: वस्तुओं के बनने और सूखने के बाद उन्हें अंतिम कट यानी कि फिनिशिंग देने के लिए ।

छोटे स्तर पर शुरुआत के लिए लगभग ₹3-5 लाख का निवेश पर्याप्त हो सकता है।

ट्रेनिंग और तकनीकी जानकारी

भूसे से प्लेट, कटोरा और चम्मच जैसी वस्तुएं बनाने की प्रक्रिया में सामग्री का सही अनुपात में डालने और मशीन को चलाने के लिए ट्रेनिंग का लेना जरूरी है। इसके लिए आप सरकार द्वारा समर्थित स्कीम्स या प्राइवेट ट्रेनिंग सेंटर्स की मदद ले सकते हैं।

बायोडिग्रेडेबल वस्तुएं को बनाने के लिए लाइसेंस और परमिट

  • स्थानीय प्रशासन से अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन।
  • बायोडिग्रेडेबल प्रॉडक्ट बनाने और बेचने का सर्टिफिकेट।

बायोडिग्रेडेबल वस्तुओं के लिए मार्केटिंग और सेल

  • अपने प्रोडक्ट को स्थानीय और ऑनलाइन मार्केट में बेचें।
  • छोटे रेस्टोरेंट, कैटरर्स और आयोजकों से संपर्क करें।
  • सोशल मीडिया पर अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करें।
  • पोस्टर और कार्ड्स छपवाकर अपने प्रोडक्ट की जानकारी लोगो तक पहुंचाए
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बायोडिग्रेडेबल वस्तुओं के बिजनेस में लाभ और चुनौतियां

लाभ

  • पर्यावरण के अनुकूल प्रॉडक्ट की बढ़ती मांग।
  • कम लागत और अधिक मुनाफा।
  • सरकारी योजनाओं से वित्तीय सहायता।

चुनौतियां

  • शुरुआती निवेश का प्रबंधन।
  • उत्पाद की गुणवत्ता बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है।
  • प्रतिस्पर्धा में खुद को स्थापित करना।
  • बायोडिग्रेबल वस्तुओं का प्रयोग करने की इतनी आदत अभी तक लोगो को नहीं लगी है इसलिए धैर्य बनाए रखना होगा।

निष्कर्ष

चावल की पराली और गेहूं के भूसे से वस्तुएं बनाने का यह बिजनेस न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह आपको आत्मनिर्भर बनने का मौका भी देता है। यदि आप सही रणनीति और समर्पण के साथ इसे शुरू करते हैं, तो यह एक स्थाई लाभदायक बिजनेस साबित हो सकता है।

तो अब देर किस बात की? आज ही इस बिजनेस की योजना बनाएं और अपने भविष्य को नई ऊंचाईयों पर ले जाएं।

Sunil Puri

Sunil Puri is a passionate content writer and blogger who transforms ideas into captivating narratives. Specializing in SEO-driven content, he crafts blogs, articles, and advertising copy that inspire action, drive traffic, and enhance brand visibility

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