आप कही पहाड़ों पर chill कर रहे हो और आपके फोन में एक msg आए कि your account has been credited with 50k rupees , तो सोचो आपको कैसा लगेगा ? लेकिन क्या यह बिना काम और बिना जॉब के possible है ? तो इसका जवाब है ! हां यह possible है ।
SWP (systematic withdrawal plan) एक ऐसा तरीका है जिससे आप न केवल हर महीने एक fix इनकम कर सकते हो बल्कि सात आठ सालों में एक अच्छी पेंशन के साथ रिटायर्ड भी हो सकते है ।
Systematic Withdrawal Plan के बारे में परिचय
Systematic Withdrawal Plan (SWP) एक ऐसी वित्तीय व्यवस्था है जिसमें आप म्यूचुअल फंड में एक बार निवेश करके नियमित अंतराल पर एक निश्चित राशि निकालते रहेंगे और आपका मूलधन भी बचा रहेगा । यह उन सभी के लिए बेहतर साबित हो सकता है जो एक बार में बड़ा निवेश करके चिंतामुक्त नियमित आय के साथ जल्द रिटायर्ड होना चाहते है ।
इस ब्लॉग आर्टिकल में हम जानने कि कोशिश करेंगे कि SWP व्यवस्था क्यों सबके लिए काम नहीं करती है, और इससे नुकसान क्यों होता है।
Systematic Withdrawal Plan ( SWP ) कैसे काम करता है ?
SWP एक ऐसा प्लान है जिसमें आप अपने म्यूचुअल फंड में से तय अंतराल (मासिक, तिमाही, या वार्षिक) पर एक निश्चित राशि निकाल सकते हैं। यह राशि आपके म्यूचुअल फंड के यूनिट्स को बेचकर दी जाती है। इस व्यवस्था में एक बार इन्वेस्ट करने के बाद पहले महीने से आपको एक fixed राशि मिलनी शुरू हो जाती है और अंत तक आते आते आपका मूलधन भी बढ़ जाता है ।
उदाहरण के लिए यदि आपके पास ₹10 लाख रुपए है , और आपके खर्च भी काफ़ी सीमित है इसलिए आप चाहोगे कि आपको मासिक ₹10000 तक मिलते रहे और अंत तक आपका मूलधन भी बढ़ जाए ।तो अब आपको अपने पैसे 15% सालाना ब्याज देने वाले म्यूचुअल फंड में डालने होंगे और जब SWP कैलकुलेटर से कैलकुलेट करोगे तो मान लिजिए समय सीमा 5 साल हो। एक बार में आपने 5 साल के लिए 15 लाख रुपए 15% सालाना दर प्राप्त करने के लिए निवेश किया तो हर महीने ₹10,000 के रुपए निकालने के बाद बचे पैसे चक्रवृद्धि ब्याज से मूलधन में जुड़ता जाएगा ।
शुरू करने के लिए जरूरी स्टेप्स
- निवेश : म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए एकमुश्त राशि ।
- SWP सेटअप : फंड हाउस या ऑनलाइन पोर्टल के द्वारा कर सकते है।
- राशि प्राप्ति: तय समय पर आपको आपकी चुनी हुई राशि बैंक खाते में प्राप्त हो जाएगी ।
क्या SWP हमेशा काम करता है ?
देखने में तो यह व्यवस्था सही लग रही और मैथेमेटिकली भी सही लग रही है लेकिन म्यूचुअल फंड वाले हमें यही सब दिखाकर गुमराह करते रहते है और असली फैक्ट्स हमें नहीं बताते और 100 में से 90 प्रतिशत संभावना रहती है कि SWP काम नहीं करती है , तो इसके पीछे की वजह क्या है कुछ प्वाइंट्स में जानने की कोशिश करते है
- जितनी आदर्श ब्याज दर दिखाई जाती है उतनी मिलती नहीं है
- मुद्रा स्फ़ीति सबसे बड़ी समस्या है
- मासिक सीमा से ज्यादा यूनिट्स बेच देना मिलने वाले ब्याज को प्रभावित करता है ।
- SWP उनके लिए ही अच्छे से काम करती है जिनके पास बहुत बड़ा पोर्टफोलियो हो और जिनको मासिक एक निश्चित राशि चाहिए।
SIP यानी कि Systematic Investment Plan जिसका अर्थ होता है एक निश्चित समय बाद नियमित अंतराल पर निवेश करना होगा । जबकि SWP यानि कि Systematic withdrawal plan जिसका अर्थ होता है नियमित अंतराल और समय पर किए गए अपने निवेश से राशि निकालना।
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